337

10.1.337

चौपाई
అస కహి రహీ చరన గహి రానీ. ప్రేమ పంక జను గిరా సమానీ..
సుని సనేహసానీ బర బానీ. బహుబిధి రామ సాసు సనమానీ..
రామ బిదా మాగత కర జోరీ. కీన్హ ప్రనాము బహోరి బహోరీ..
పాఇ అసీస బహురి సిరు నాఈ. భాఇన్హ సహిత చలే రఘురాఈ..
మంజు మధుర మూరతి ఉర ఆనీ. భఈ సనేహ సిథిల సబ రానీ..
పుని ధీరజు ధరి కుఅి హారీ. బార బార భేటహిం మహతారీం..
పహుావహిం ఫిరి మిలహిం బహోరీ. బఢ పరస్పర ప్రీతి న థోరీ..
పుని పుని మిలత సఖిన్హ బిలగాఈ. బాల బచ్ఛ జిమి ధేను లవాఈ..

9.1.337

चौपाई
அஸ கஹி ரஹீ சரந கஹி ராநீ. ப்ரேம பஂக ஜநு கிரா ஸமாநீ..
ஸுநி ஸநேஹஸாநீ பர பாநீ. பஹுபிதி ராம ஸாஸு ஸநமாநீ..
ராம பிதா மாகத கர ஜோரீ. கீந்ஹ ப்ரநாமு பஹோரி பஹோரீ..
பாஇ அஸீஸ பஹுரி ஸிரு நாஈ. பாஇந்ஹ ஸஹித சலே ரகுராஈ..
மஂஜு மதுர மூரதி உர ஆநீ. பஈ ஸநேஹ ஸிதில ஸப ராநீ..
புநி தீரஜு தரி குஅி ஹாரீ. பார பார பேடஹிஂ மஹதாரீஂ..
பஹுாவஹிஂ பிரி மிலஹிஂ பஹோரீ. பட஀ீ பரஸ்பர ப்ரீதி ந தோரீ..
புநி புநி மிலத ஸகிந்ஹ பிலகாஈ. பால பச்ச ஜிமி தேநு லவாஈ..

8.1.337

चौपाई
asa kahi rahī carana gahi rānī. prēma paṃka janu girā samānī..
suni sanēhasānī bara bānī. bahubidhi rāma sāsu sanamānī..
rāma bidā māgata kara jōrī. kīnha pranāmu bahōri bahōrī..
pāi asīsa bahuri siru nāī. bhāinha sahita calē raghurāī..
maṃju madhura mūrati ura ānī. bhaī sanēha sithila saba rānī..
puni dhīraju dhari kuaomri haomkārī. bāra bāra bhēṭahiṃ mahatārīṃ..
pahuomcāvahiṃ phiri milahiṃ bahōrī. baḍhaī paraspara prīti na thōrī..
puni puni milata sakhinha bilagāī. bāla baccha jimi dhēnu lavāī..

7.1.337

चौपाई
ਅਸ ਕਹਿ ਰਹੀ ਚਰਨ ਗਹਿ ਰਾਨੀ। ਪ੍ਰੇਮ ਪਂਕ ਜਨੁ ਗਿਰਾ ਸਮਾਨੀ।।
ਸੁਨਿ ਸਨੇਹਸਾਨੀ ਬਰ ਬਾਨੀ। ਬਹੁਬਿਧਿ ਰਾਮ ਸਾਸੁ ਸਨਮਾਨੀ।।
ਰਾਮ ਬਿਦਾ ਮਾਗਤ ਕਰ ਜੋਰੀ। ਕੀਨ੍ਹ ਪ੍ਰਨਾਮੁ ਬਹੋਰਿ ਬਹੋਰੀ।।
ਪਾਇ ਅਸੀਸ ਬਹੁਰਿ ਸਿਰੁ ਨਾਈ। ਭਾਇਨ੍ਹ ਸਹਿਤ ਚਲੇ ਰਘੁਰਾਈ।।
ਮਂਜੁ ਮਧੁਰ ਮੂਰਤਿ ਉਰ ਆਨੀ। ਭਈ ਸਨੇਹ ਸਿਥਿਲ ਸਬ ਰਾਨੀ।।
ਪੁਨਿ ਧੀਰਜੁ ਧਰਿ ਕੁਅਿ ਹਾਰੀ। ਬਾਰ ਬਾਰ ਭੇਟਹਿਂ ਮਹਤਾਰੀਂ।।
ਪਹੁਾਵਹਿਂ ਫਿਰਿ ਮਿਲਹਿਂ ਬਹੋਰੀ। ਬਢ਼ੀ ਪਰਸ੍ਪਰ ਪ੍ਰੀਤਿ ਨ ਥੋਰੀ।।
ਪੁਨਿ ਪੁਨਿ ਮਿਲਤ ਸਖਿਨ੍ਹ ਬਿਲਗਾਈ। ਬਾਲ ਬਚ੍ਛ ਜਿਮਿ ਧੇਨੁ ਲਵਾਈ।।

6.1.337

चौपाई
ଅସ କହି ରହୀ ଚରନ ଗହି ରାନୀ| ପ୍ରେମ ପଂକ ଜନୁ ଗିରା ସମାନୀ||
ସୁନି ସନେହସାନୀ ବର ବାନୀ| ବହୁବିଧି ରାମ ସାସୁ ସନମାନୀ||
ରାମ ବିଦା ମାଗତ କର ଜୋରୀ| କୀନ୍ହ ପ୍ରନାମୁ ବହୋରି ବହୋରୀ||
ପାଇ ଅସୀସ ବହୁରି ସିରୁ ନାଈ| ଭାଇନ୍ହ ସହିତ ଚଲେ ରଘୁରାଈ||
ମଂଜୁ ମଧୁର ମୂରତି ଉର ଆନୀ| ଭଈ ସନେହ ସିଥିଲ ସବ ରାନୀ||
ପୁନି ଧୀରଜୁ ଧରି କୁଅି ହାରୀ| ବାର ବାର ଭେଟହିଂ ମହତାରୀଂ||
ପହୁାବହିଂ ଫିରି ମିଲହିଂ ବହୋରୀ| ବଢ଼ୀ ପରସ୍ପର ପ୍ରୀତି ନ ଥୋରୀ||
ପୁନି ପୁନି ମିଲତ ସଖିନ୍ହ ବିଲଗାଈ| ବାଲ ବଚ୍ଛ ଜିମି ଧେନୁ ଲବାଈ||

5.1.337

चौपाई
അസ കഹി രഹീ ചരന ഗഹി രാനീ. പ്രേമ പംക ജനു ഗിരാ സമാനീ..
സുനി സനേഹസാനീ ബര ബാനീ. ബഹുബിധി രാമ സാസു സനമാനീ..
രാമ ബിദാ മാഗത കര ജോരീ. കീന്ഹ പ്രനാമു ബഹോരി ബഹോരീ..
പാഇ അസീസ ബഹുരി സിരു നാഈ. ഭാഇന്ഹ സഹിത ചലേ രഘുരാഈ..
മംജു മധുര മൂരതി ഉര ആനീ. ഭഈ സനേഹ സിഥില സബ രാനീ..
പുനി ധീരജു ധരി കുഅി ഹാരീ. ബാര ബാര ഭേടഹിം മഹതാരീം..
പഹുാവഹിം ഫിരി മിലഹിം ബഹോരീ. ബഢ പരസ്പര പ്രീതി ന ഥോരീ..
പുനി പുനി മിലത സഖിന്ഹ ബിലഗാഈ. ബാല ബച്ഛ ജിമി ധേനു ലവാഈ..

4.1.337

चौपाई
ಅಸ ಕಹಿ ರಹೀ ಚರನ ಗಹಿ ರಾನೀ. ಪ್ರೇಮ ಪಂಕ ಜನು ಗಿರಾ ಸಮಾನೀ..
ಸುನಿ ಸನೇಹಸಾನೀ ಬರ ಬಾನೀ. ಬಹುಬಿಧಿ ರಾಮ ಸಾಸು ಸನಮಾನೀ..
ರಾಮ ಬಿದಾ ಮಾಗತ ಕರ ಜೋರೀ. ಕೀನ್ಹ ಪ್ರನಾಮು ಬಹೋರಿ ಬಹೋರೀ..
ಪಾಇ ಅಸೀಸ ಬಹುರಿ ಸಿರು ನಾಈ. ಭಾಇನ್ಹ ಸಹಿತ ಚಲೇ ರಘುರಾಈ..
ಮಂಜು ಮಧುರ ಮೂರತಿ ಉರ ಆನೀ. ಭಈ ಸನೇಹ ಸಿಥಿಲ ಸಬ ರಾನೀ..
ಪುನಿ ಧೀರಜು ಧರಿ ಕುಅಿ ಹಾರೀ. ಬಾರ ಬಾರ ಭೇಟಹಿಂ ಮಹತಾರೀಂ..
ಪಹುಾವಹಿಂ ಫಿರಿ ಮಿಲಹಿಂ ಬಹೋರೀ. ಬಢ ಪರಸ್ಪರ ಪ್ರೀತಿ ನ ಥೋರೀ..
ಪುನಿ ಪುನಿ ಮಿಲತ ಸಖಿನ್ಹ ಬಿಲಗಾಈ. ಬಾಲ ಬಚ್ಛ ಜಿಮಿ ಧೇನು ಲವಾಈ..

3.1.337

चौपाई
અસ કહિ રહી ચરન ગહિ રાની। પ્રેમ પંક જનુ ગિરા સમાની।।
સુનિ સનેહસાની બર બાની। બહુબિધિ રામ સાસુ સનમાની।।
રામ બિદા માગત કર જોરી। કીન્હ પ્રનામુ બહોરિ બહોરી।।
પાઇ અસીસ બહુરિ સિરુ નાઈ। ભાઇન્હ સહિત ચલે રઘુરાઈ।।
મંજુ મધુર મૂરતિ ઉર આની। ભઈ સનેહ સિથિલ સબ રાની।।
પુનિ ધીરજુ ધરિ કુઅિ હારી। બાર બાર ભેટહિં મહતારીં।।
પહુાવહિં ફિરિ મિલહિં બહોરી। બઢ઼ી પરસ્પર પ્રીતિ ન થોરી।।
પુનિ પુનિ મિલત સખિન્હ બિલગાઈ। બાલ બચ્છ જિમિ ધેનુ લવાઈ।।

2.1.337

चौपाई
অস কহি রহী চরন গহি রানী৷ প্রেম পংক জনু গিরা সমানী৷৷
সুনি সনেহসানী বর বানী৷ বহুবিধি রাম সাসু সনমানী৷৷
রাম বিদা মাগত কর জোরী৷ কীন্হ প্রনামু বহোরি বহোরী৷৷
পাই অসীস বহুরি সিরু নাঈ৷ ভাইন্হ সহিত চলে রঘুরাঈ৷৷
মংজু মধুর মূরতি উর আনী৷ ভঈ সনেহ সিথিল সব রানী৷৷
পুনি ধীরজু ধরি কুঅি হারী৷ বার বার ভেটহিং মহতারীং৷৷
পহুাবহিং ফিরি মিলহিং বহোরী৷ বঢ়ী পরস্পর প্রীতি ন থোরী৷৷
পুনি পুনি মিলত সখিন্হ বিলগাঈ৷ বাল বচ্ছ জিমি ধেনু লবাঈ৷৷

1.1.337

चौपाई
अस कहि रही चरन गहि रानी। प्रेम पंक जनु गिरा समानी।।
सुनि सनेहसानी बर बानी। बहुबिधि राम सासु सनमानी।।
राम बिदा मागत कर जोरी। कीन्ह प्रनामु बहोरि बहोरी।।
पाइ असीस बहुरि सिरु नाई। भाइन्ह सहित चले रघुराई।।
मंजु मधुर मूरति उर आनी। भई सनेह सिथिल सब रानी।।
पुनि धीरजु धरि कुअँरि हँकारी। बार बार भेटहिं महतारीं।।
पहुँचावहिं फिरि मिलहिं बहोरी। बढ़ी परस्पर प्रीति न थोरी।।
पुनि पुनि मिलत सखिन्ह बिलगाई। बाल बच्छ जिमि धेनु लवाई।।

दोहा/सोरठा

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