353

10.1.353

चौपाई
బినయ కీన్హి ఉర అతి అనురాగేం. సుత సంపదా రాఖి సబ ఆగేం..
నేగు మాగి మునినాయక లీన్హా. ఆసిరబాదు బహుత బిధి దీన్హా..
ఉర ధరి రామహి సీయ సమేతా. హరషి కీన్హ గుర గవను నికేతా..
బిప్రబధూ సబ భూప బోలాఈ. చైల చారు భూషన పహిరాఈ..
బహురి బోలాఇ సుఆసిని లీన్హీం. రుచి బిచారి పహిరావని దీన్హీం..
నేగీ నేగ జోగ సబ లేహీం. రుచి అనురుప భూపమని దేహీం..
ప్రియ పాహునే పూజ్య జే జానే. భూపతి భలీ భాి సనమానే..
దేవ దేఖి రఘుబీర బిబాహూ. బరషి ప్రసూన ప్రసంసి ఉఛాహూ..

9.1.353

चौपाई
பிநய கீந்ஹி உர அதி அநுராகேஂ. ஸுத ஸஂபதா ராகி ஸப ஆகேஂ..
நேகு மாகி முநிநாயக லீந்ஹா. ஆஸிரபாது பஹுத பிதி தீந்ஹா..
உர தரி ராமஹி ஸீய ஸமேதா. ஹரஷி கீந்ஹ குர கவநு நிகேதா..
பிப்ரபதூ ஸப பூப போலாஈ. சைல சாரு பூஷந பஹிராஈ..
பஹுரி போலாஇ ஸுஆஸிநி லீந்ஹீஂ. ருசி பிசாரி பஹிராவநி தீந்ஹீஂ..
நேகீ நேக ஜோக ஸப லேஹீஂ. ருசி அநுருப பூபமநி தேஹீஂ..
ப்ரிய பாஹுநே பூஜ்ய ஜே ஜாநே. பூபதி பலீ பாி ஸநமாநே..
தேவ தேகி ரகுபீர பிபாஹூ. பரஷி ப்ரஸூந ப்ரஸஂஸி உசாஹூ..

8.1.353

चौपाई
binaya kīnhi ura ati anurāgēṃ. suta saṃpadā rākhi saba āgēṃ..
nēgu māgi munināyaka līnhā. āsirabādu bahuta bidhi dīnhā..
ura dhari rāmahi sīya samētā. haraṣi kīnha gura gavanu nikētā..
biprabadhū saba bhūpa bōlāī. caila cāru bhūṣana pahirāī..
bahuri bōlāi suāsini līnhīṃ. ruci bicāri pahirāvani dīnhīṃ..
nēgī nēga jōga saba lēhīṃ. ruci anurupa bhūpamani dēhīṃ..
priya pāhunē pūjya jē jānē. bhūpati bhalī bhāomti sanamānē..
dēva dēkhi raghubīra bibāhū. baraṣi prasūna prasaṃsi uchāhū..

7.1.353

चौपाई
ਬਿਨਯ ਕੀਨ੍ਹਿ ਉਰ ਅਤਿ ਅਨੁਰਾਗੇਂ। ਸੁਤ ਸਂਪਦਾ ਰਾਖਿ ਸਬ ਆਗੇਂ।।
ਨੇਗੁ ਮਾਗਿ ਮੁਨਿਨਾਯਕ ਲੀਨ੍ਹਾ। ਆਸਿਰਬਾਦੁ ਬਹੁਤ ਬਿਧਿ ਦੀਨ੍ਹਾ।।
ਉਰ ਧਰਿ ਰਾਮਹਿ ਸੀਯ ਸਮੇਤਾ। ਹਰਸ਼ਿ ਕੀਨ੍ਹ ਗੁਰ ਗਵਨੁ ਨਿਕੇਤਾ।।
ਬਿਪ੍ਰਬਧੂ ਸਬ ਭੂਪ ਬੋਲਾਈ। ਚੈਲ ਚਾਰੁ ਭੂਸ਼ਨ ਪਹਿਰਾਈ।।
ਬਹੁਰਿ ਬੋਲਾਇ ਸੁਆਸਿਨਿ ਲੀਨ੍ਹੀਂ। ਰੁਚਿ ਬਿਚਾਰਿ ਪਹਿਰਾਵਨਿ ਦੀਨ੍ਹੀਂ।।
ਨੇਗੀ ਨੇਗ ਜੋਗ ਸਬ ਲੇਹੀਂ। ਰੁਚਿ ਅਨੁਰੁਪ ਭੂਪਮਨਿ ਦੇਹੀਂ।।
ਪ੍ਰਿਯ ਪਾਹੁਨੇ ਪੂਜ੍ਯ ਜੇ ਜਾਨੇ। ਭੂਪਤਿ ਭਲੀ ਭਾਿ ਸਨਮਾਨੇ।।
ਦੇਵ ਦੇਖਿ ਰਘੁਬੀਰ ਬਿਬਾਹੂ। ਬਰਸ਼ਿ ਪ੍ਰਸੂਨ ਪ੍ਰਸਂਸਿ ਉਛਾਹੂ।।

6.1.353

चौपाई
ବିନଯ କୀନ୍ହି ଉର ଅତି ଅନୁରାଗେଂ| ସୁତ ସଂପଦା ରାଖି ସବ ଆଗେଂ||
ନେଗୁ ମାଗି ମୁନିନାଯକ ଲୀନ୍ହା| ଆସିରବାଦୁ ବହୁତ ବିଧି ଦୀନ୍ହା||
ଉର ଧରି ରାମହି ସୀଯ ସମେତା| ହରଷି କୀନ୍ହ ଗୁର ଗବନୁ ନିକେତା||
ବିପ୍ରବଧୂ ସବ ଭୂପ ବୋଲାଈ| ଚୈଲ ଚାରୁ ଭୂଷନ ପହିରାଈ||
ବହୁରି ବୋଲାଇ ସୁଆସିନି ଲୀନ୍ହୀଂ| ରୁଚି ବିଚାରି ପହିରାବନି ଦୀନ୍ହୀଂ||
ନେଗୀ ନେଗ ଜୋଗ ସବ ଲେହୀଂ| ରୁଚି ଅନୁରୁପ ଭୂପମନି ଦେହୀଂ||
ପ୍ରିଯ ପାହୁନେ ପୂଜ୍ଯ ଜେ ଜାନେ| ଭୂପତି ଭଲୀ ଭାି ସନମାନେ||
ଦେବ ଦେଖି ରଘୁବୀର ବିବାହୂ| ବରଷି ପ୍ରସୂନ ପ୍ରସଂସି ଉଛାହୂ||

5.1.353

चौपाई
ബിനയ കീന്ഹി ഉര അതി അനുരാഗേം. സുത സംപദാ രാഖി സബ ആഗേം..
നേഗു മാഗി മുനിനായക ലീന്ഹാ. ആസിരബാദു ബഹുത ബിധി ദീന്ഹാ..
ഉര ധരി രാമഹി സീയ സമേതാ. ഹരഷി കീന്ഹ ഗുര ഗവനു നികേതാ..
ബിപ്രബധൂ സബ ഭൂപ ബോലാഈ. ചൈല ചാരു ഭൂഷന പഹിരാഈ..
ബഹുരി ബോലാഇ സുആസിനി ലീന്ഹീം. രുചി ബിചാരി പഹിരാവനി ദീന്ഹീം..
നേഗീ നേഗ ജോഗ സബ ലേഹീം. രുചി അനുരുപ ഭൂപമനി ദേഹീം..
പ്രിയ പാഹുനേ പൂജ്യ ജേ ജാനേ. ഭൂപതി ഭലീ ഭാി സനമാനേ..
ദേവ ദേഖി രഘുബീര ബിബാഹൂ. ബരഷി പ്രസൂന പ്രസംസി ഉഛാഹൂ..

4.1.353

चौपाई
ಬಿನಯ ಕೀನ್ಹಿ ಉರ ಅತಿ ಅನುರಾಗೇಂ. ಸುತ ಸಂಪದಾ ರಾಖಿ ಸಬ ಆಗೇಂ..
ನೇಗು ಮಾಗಿ ಮುನಿನಾಯಕ ಲೀನ್ಹಾ. ಆಸಿರಬಾದು ಬಹುತ ಬಿಧಿ ದೀನ್ಹಾ..
ಉರ ಧರಿ ರಾಮಹಿ ಸೀಯ ಸಮೇತಾ. ಹರಷಿ ಕೀನ್ಹ ಗುರ ಗವನು ನಿಕೇತಾ..
ಬಿಪ್ರಬಧೂ ಸಬ ಭೂಪ ಬೋಲಾಈ. ಚೈಲ ಚಾರು ಭೂಷನ ಪಹಿರಾಈ..
ಬಹುರಿ ಬೋಲಾಇ ಸುಆಸಿನಿ ಲೀನ್ಹೀಂ. ರುಚಿ ಬಿಚಾರಿ ಪಹಿರಾವನಿ ದೀನ್ಹೀಂ..
ನೇಗೀ ನೇಗ ಜೋಗ ಸಬ ಲೇಹೀಂ. ರುಚಿ ಅನುರುಪ ಭೂಪಮನಿ ದೇಹೀಂ..
ಪ್ರಿಯ ಪಾಹುನೇ ಪೂಜ್ಯ ಜೇ ಜಾನೇ. ಭೂಪತಿ ಭಲೀ ಭಾಿ ಸನಮಾನೇ..
ದೇವ ದೇಖಿ ರಘುಬೀರ ಬಿಬಾಹೂ. ಬರಷಿ ಪ್ರಸೂನ ಪ್ರಸಂಸಿ ಉಛಾಹೂ..

3.1.353

चौपाई
બિનય કીન્હિ ઉર અતિ અનુરાગેં। સુત સંપદા રાખિ સબ આગેં।।
નેગુ માગિ મુનિનાયક લીન્હા। આસિરબાદુ બહુત બિધિ દીન્હા।।
ઉર ધરિ રામહિ સીય સમેતા। હરષિ કીન્હ ગુર ગવનુ નિકેતા।।
બિપ્રબધૂ સબ ભૂપ બોલાઈ। ચૈલ ચારુ ભૂષન પહિરાઈ।।
બહુરિ બોલાઇ સુઆસિનિ લીન્હીં। રુચિ બિચારિ પહિરાવનિ દીન્હીં।।
નેગી નેગ જોગ સબ લેહીં। રુચિ અનુરુપ ભૂપમનિ દેહીં।।
પ્રિય પાહુને પૂજ્ય જે જાને। ભૂપતિ ભલી ભાિ સનમાને।।
દેવ દેખિ રઘુબીર બિબાહૂ। બરષિ પ્રસૂન પ્રસંસિ ઉછાહૂ।।

2.1.353

चौपाई
বিনয কীন্হি উর অতি অনুরাগেং৷ সুত সংপদা রাখি সব আগেং৷৷
নেগু মাগি মুনিনাযক লীন্হা৷ আসিরবাদু বহুত বিধি দীন্হা৷৷
উর ধরি রামহি সীয সমেতা৷ হরষি কীন্হ গুর গবনু নিকেতা৷৷
বিপ্রবধূ সব ভূপ বোলাঈ৷ চৈল চারু ভূষন পহিরাঈ৷৷
বহুরি বোলাই সুআসিনি লীন্হীং৷ রুচি বিচারি পহিরাবনি দীন্হীং৷৷
নেগী নেগ জোগ সব লেহীং৷ রুচি অনুরুপ ভূপমনি দেহীং৷৷
প্রিয পাহুনে পূজ্য জে জানে৷ ভূপতি ভলী ভাি সনমানে৷৷
দেব দেখি রঘুবীর বিবাহূ৷ বরষি প্রসূন প্রসংসি উছাহূ৷৷

1.1.353

चौपाई
बिनय कीन्हि उर अति अनुरागें। सुत संपदा राखि सब आगें।।
नेगु मागि मुनिनायक लीन्हा। आसिरबादु बहुत बिधि दीन्हा।।
उर धरि रामहि सीय समेता। हरषि कीन्ह गुर गवनु निकेता।।
बिप्रबधू सब भूप बोलाई। चैल चारु भूषन पहिराई।।
बहुरि बोलाइ सुआसिनि लीन्हीं। रुचि बिचारि पहिरावनि दीन्हीं।।
नेगी नेग जोग सब लेहीं। रुचि अनुरुप भूपमनि देहीं।।
प्रिय पाहुने पूज्य जे जाने। भूपति भली भाँति सनमाने।।
देव देखि रघुबीर बिबाहू। बरषि प्रसून प्रसंसि उछाहू।।

दोहा/सोरठा

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